उत्तराखंड : पौड़ी गढ़वाल में 22 और चमोली में 16 सड़कें अवरूद्ध

पौड़ी जिले में मूसलाधार बारिश से जिले के करीब 22 मार्गों पर मलबा आने से यातायात ठप हो गया है।

जिला आपदा परिचालन केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार जिले में टकोलीखाल-बीरोंखाल, पाणीसैंण-डबराड-बूथानगर, नोडलखाल-नांद, सिमल्या-कफल्डी, खैरासैण-डौर-नगधार, खैरासैंण-डौर-नगधार-बयाली, ढौटियाल-चपड़ेत-बसड़ा, सिरोबड़ी-अमलेसा सहित 22 मार्गों पर भारी मलबा आने और दीवारें टूटने से वाहनों की आवाजाही ठप हो गई है। लोक निर्माण विभाग की जेसीबी मार्ग खोलने में जुटी हुई है। वहीं चमोली जिले में 16 सड़कें जगह-जगह भूस्खलन से बंद पड़ी हैं। यहां दो दिन से हो रही हल्की बारिश में भी सड़कें बंद हो रही हैं।

गोपेश्वर-बैतरणी-बैरागना, घाट-उस्तोली-सरपाणी, उडामांडा-चोपड़ा, कर्णप्रयाग-कंडारा-सोनला, आदिबदरी-नौटी, कर्णप्रयाग-नौटी-पैठाणी, कलसीर-नैल नौली, पोखरी-गोपेश्वर, देवाल-खेला सहित अन्य सड़कें चार दिनों से बंद हैं। भारी बारिश से कई जगह पर पेयजल लाइन टूटने से पेयजल किल्लत भी बनी हुई है। ऐसे में पीपलकोटी के गढ़ी, जोशीमठ के रविग्राम, ग्राम कांडा, मैखुरा, दुवा, गैरसैंण नगर और रंगचौड़ा, ग्वालदम बाजार में पानी नहीं आने से लोग परेशान हैं। इन जगह पर जल संस्थान की ओर से टैंकरों से पानी की आपूर्ति की जा रही है।

पेयजल लाइन टूटने से हुई किल्लत

भारी बारिश से कई जगह पर पेयजल लाइन टूटने से पेयजल किल्लत भी बनी हुई है। ऐसे में पीपलकोटी के गढ़ी, जोशीमठ के रविग्राम, ग्राम कांडा, मैखुरा, दुवा, गैरसैंण नगर और रंगचौड़ा, ग्वालदम बाजार में पानी नहीं आने से लोग परेशान हैं। इन जगह पर जल संस्थान की ओर से टैंकरों से पानी की आपूर्ति की जा रही है।