उत्तराखंड: सिक्किम सड़क हादसे में उत्तराखण्ड का लाल शहीद, दो मासूमों के सिर से उठा पिता का साया

सिक्किम में बीते शुक्रवार को हुए वाहन सड़क हादसे में 16 जवानों की जान गई। इन जवानों में से एक उत्तराखंड का लाल भी शहीद हो गया। शहीद जवान की पहचान रवींद्र सिंह थापा के रूप में हुई है।
जानकारी के मुताबिक, बताया गया है कि शहीद रविन्द्र मूल रूप से राज्य के पिथौरागढ़ जिले के रहने वाले थे। उनके शहादत की खबर से जहां परिवार में कोहराम मचा हुआ है और परिजनों की आंखों से अश्रुओं की धारा थमने का नाम नहीं ले रही हैं वहीं समूचे क्षेत्र में भी शोक की लहर दौड़ गई है। गौरतलब है कि पूर्वोत्तर राज्य सिक्किम के जेमा में सेना के एक ट्रक के खाई में समा जाने से 16 जवान शहीद हो गए थे। आपको बता दें कि शहीद रविन्द्र भी इसी दुर्घटनाग्रस्त ट्रक में सवार थे। इस दुखद घटना से रविन्द्र के दो मासूम बच्चों के सिर से पिता का साया उठ गया है।
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प्राप्त जानकारी के अनुसार मूल रूप से राज्य के पिथौरागढ़ जिले के पय्यापौड़ी गांव निवासी रवींद्र सिंह थापा, भारतीय सेना की भारतीय सेना में कार्यरत थे। बता दें कि बीते रोज वह अपने साथी जवानों के साथ सिक्किम के चटन से थंगू की ओर जा रहे थे इसी दौरान जेमा में हुए भयावह सड़क हादसे में रविंद्र समेत 16 जवान शहीद हो गए।
शहीद रविन्द्र सिंह अपने पीछे पत्नी कमला देवी, (10) वर्षीय बेटे पीयूष और (3) वर्षीय मासूम बेटी इशिका समेत भरे पूरे परिवार को रोते बिलखते छोड़ गए हैं। बताते चलें कि वर्तमान में शहीद रविन्द्र का परिवार पंचायत घर क्षेत्र रामपुर रोड हल्द्वानी में रहता है। उनके बड़े भाई लोकेंद्र भी सेना में हैं। आपको बता दें कि रवींद्र सिंह बीते आठ दिसंबर को अपने चाचा भूपेंद्र थापा के बेटे की शादी में शामिल होने के लिए धारचूला आ रहे थे मगर हल्द्वानी पहुंचने पर उन्हें यूनिट की ओर से तुरंत वापस बुला लिया गया था।