बागेश्वर उपचुनाव: जानें भाजपा और काँग्रेस ने किसे दिया टिकट ?

कुछ ही दिन पहले आम आदमी पार्टी को छोड़कर कांग्रेस में आए बसंत कुमार को कांग्रेस ने बागेश्वर उपचुनाव में टिकट दिया है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने आज इसकी घोषणा की। इसी रविवार को बसंत कुमार और 2022 के चुनाव में बगावत कर निर्दलीय लड़ने वाले भैरव नाथ टम्टा कांग्रेस में शामिल हुए थे।
वहीं दूसरी तरफ भाजपा ने भी अपना दांव खेल लिया है, उत्तराखंड की बागेश्वर विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए बीजेपी ने पार्वती दास को अपना उम्मीदवार बनाया है। पार्वती दास, पूर्व विधायक देवंगत चंदन राम दास की पत्नी हैं। मीडिया और जनता ने पहले ही अनुमान लगा लिया था कि बीजेपी पार्वती दास को ही टिकट दे सकती है।
परिचय उमीदवार काँग्रेस:
नए कॉंग्रेसी बसंत कुमार पिछले तीन चुनाव से पार्टियां बदलते जा रहे हैं। उन्होंने साल 2017 का चुनाव मायावती की बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर लड़ा। चुनाव के बाद उन्होंने फिर पाला बदला। साल 2022 का चुनाव उन्होंने केजरिवाल की आम आदमी पार्टी के टिकट पर लड़ा। और इस बार उपचुनाव में वह कांग्रेस में शामिल हो गए हैं।
बसंत कुमार के अनुसार कांग्रेस सांविधानिक सोच रखती है, यह पार्टी लोकतंत्र पर विश्वास करती है। वो यह विधानसभा का उप चुनाव दमखम के साथ लड़ेंगे। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने आज बसंत कुमार के टिकट की घोषणा की।
परिचय उमीदवार भाजपा:
उपचुनाव की तारीख के एलान के साथ ही इस बात पर तुक्के लगाए जा रहे थे कि बीजेपी चंदन राम दास के ही परिवार के किसी सदस्य को अपना उम्मीदवार बना सकती है। अंत में मुहर चंदन राम दस की पत्नी पार्वती दास के नाम पर लगी।
पार्वती दास एक हाउसवाइफ हैं, और अभी तक परिवार को संभालती रही हैं। चंदन राम दास के निधन के बाद बागेश्वर सीट पर उपचुनाव हो रहा है। इसके लिए बीजेपी कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती, इसीलिए बीजेपी ने आखिरी समय में अपना उम्मीदवार चंदन राम दास की पत्नी पार्वती दास को बनाया है।
पार्वती दास का राजनीति में ये पहला सफर है, इससे पहले उन्हे कभी राजनीति से नहीं जोड़ा गया। इससे पहले भी एक पूर्व भाजपा विधायक की मृत्यु के बाद उनकी पत्नी को टिकट दिया और वह जीत कर भी आई। शायद दोबारा इसी ईमोशनल वोट के लिए ये दोबारा किया गया है।