कांग्रेस के लिए सरदर्द रुद्रप्रयाग विधनसभा, जातिवाद में फंसती राजनीति।

रुद्रप्रयाग विधानसभा सीट पर बीजेपी और कांग्रेस के लिए इस बार का चुनाव काफी अहम होने जा रहा है. भाजपा ने यहां से अपने पूर्व विधायक भरत चौधरी को टिकट दिया है, जबकि कांग्रेस ने सभी पुराने नेताओं को दरकिनार करते हुए नए चेहरे परदीप थपलियाल पर दांव खेला है. दिक्कत यहां शुरू हुई जब यूकेडी और आम आदमी पार्टी ने भी यहां से युवा ब्राह्मण चेहरों को चुना।

जातीय चुनौति कम हुई नहीं की कांग्रेस के अपने ही उन्हें हराने को खड़े हो गए। कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री मातबर सिंह कंडारी ही इस बार चुनौती खड़ी कर सकते हैं. कंडारी ने निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर नामांकन किया है. ऐसे में आने वाले दिनों में यहां की चुनावी जंग काफी दिलचस्प होने वाली है.

इस बार विधानसभा चुनाव काफी दिलचस्प होने जा रहा है. कांग्रेस के लिए यहां मुश्किलें बढ़ती दिखाई दे रही हैं. पूर्व मंत्री मातबर सिंह कंडारी के बगावती तेवरों ने यहां कांग्रेस प्रत्याशी की चिंताएं बढ़ा दी हैं. साथ ही कांग्रेस का धड़ा कंडारी के लिये काम कर रहा है. जिससे कांग्रेस इस लड़ाई में पिछड़ती दिखाई दे रही है.