मोदी, धामी के बाद अब लखपति दीदी को मिला निर्मला सीतारमन का साथ

*अंतरिम बजट का उत्तराखंड में असर*

*लाखों महिलाएं बनेंगी लखपति दीदी*

*मोदी, धामी के बाद अब लखपति दीदी को मिला निर्मला सीतारमन का साथ*

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की उत्तराखंड सरकार द्वारा 4 नवम्बर 2022 को मुख्यमंत्री लखपति दीदी योजना की शुरुआत की गई, इस योजना के माध्यम से राज्य की महिलाओं को सक्षम व आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है। सरकार द्वारा प्रथम वर्ष 2022-23 में 1 लाख 25 हजार महिलाओं को लखपति बनाने का लक्ष्य रखा गया था।

हालही में धामी सरकार द्वारा आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टर समिट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी जनता और निवेशकों को संबोधित करते हुए कहा था कि, लखपति दीदी योजना से वह देश में 2 करोड़ महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने समय समय पर उत्तराखंड आकार मुख्यमंत्री धामी की कार्यशैली की बेहत प्रसंशा की है।

आज लोकसभा में अंतरिम बजट बताते हुए भी लखपति दीदी योजना एक बार फिर सुखियों में रही। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन ने अंतरिम बजट बताते हुए कहा कि देश की नौ करोड़ महिलाओं से जुड़े 83 लाख स्वयं सहायता समूह अहम योगदान रखते हैं। उनकी कामयाबी से एक करोड़ महिलाओं को लखपति दीदी बनाने में मदद मिली है। वे दूसरों के लिए प्रेरणा हैं।

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन ने कहा की योजना को देश भर में बेहतर परिणाम मिले हैं। जिसे देखते हुए केंद्र सरकार ने लखपति दीदी योजना के लिए बनाए लक्ष्य को 2 करोड़ से बढ़ाकर 3 करोड़ किया है।

उत्तराखंड में भी लगातार बढ़ते महिला स्वयं सहायता समूहों को देखते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पहले ही वर्ष 2025 तक राज्य की 3 लाख से अधिक स्वयं सहायता समूह से जुडी महिलाओं को आजीविका के माध्यम से लखपति बनाया जाने का लक्ष्य रखा है।

आज हुए इस अंतरिम बजट में केंद्र सरकार ने जब लखपति दीदी योजना के लिए बनाए लक्ष्य को 2 करोड़ से बढ़ाकर 3 करोड़ किया है, तो इसका सीधा असर उत्तराखंड में भी देखने को मिलेगा। जहां पहले ही उत्तराखंड की धामी सरकार महिला सशक्तीकरण के साथ 3 लाख महिलाओं को लखपति दीदी बनाने का संकल्प ले चुकी है, वहीं अब केंद्र के 3 करोड़ महिलाओं को जोड़ने से उत्तराखंड में भी इस योजना में ज्यादा से ज्यादा महिलाओं के जुड़ने की आशंका है।